डीएम की अध्यक्षता वाली छः सदस्यीय टीम का स्टेट हाइवे 95 निर्माण हेतु स्थलीय निरीक्षण

डीएम की अध्यक्षता वाली छः सदस्यीय टीम का स्टेट हाइवे 95 निर्माण हेतु स्थलीय निरीक्षण

मानसी और चौथम के 5 मौजों में जमीन की किस्म निर्धारण हेतु हुई विस्तृत जांच

ANA/Arvind Verma

खगड़िया। जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में गठित 6 सदस्यीय समिति ने मानसी के बलहा से फनगो हॉल्ट, चौथम होकर सहरसा को जोड़ने वाली स्टेट हाईवे 95 के निर्माण हेतु 6 मौजों में भूमि अधिग्रहण हेतु स्थलीय निरीक्षण करते हुए भूमि के किस्म निर्धारण के संबंध में जांच की। भूमि अधिग्रहण के एवज में किसानों को मुआवजा देने के लिए भूमि के किस्म के निर्धारण की आवश्यकता होती है, जिसके आधार पर मुआवजा की दर निर्धारित होती है। इसी परिप्रेक्ष्य में जिलाधिकारी खगड़िया की अध्यक्षता में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, भूमि सुधार उप समाहर्ता, जिला अवर निबंधक एवं अंचलाधिकारी को शामिल करते हुए जांच हेतु समिति का गठन किया गया था, जिसने निश्चित स्थलीय जांच किया। मानसी एवं चौथम के कुल 5 मौजों में जमीन के किस्म निर्धारण हेतु विस्तृत जांच की गई और इस दौरान ड्रोन से फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और स्टील फोटोग्राफी भी कराई गई। मानसी के खिरनिया मौजा, चौथम के हरदिया, दिहरी, धमहारा एवं बुच्चा मौजा में समिति ने जाकर जमीन के किस्म निर्धारण हेतु स्थलीय जांच की। इस अवसर पर अमीन एवं राजस्व कर्मचारी भी मौजूद थे। नक्शा में विनिर्दिष्ट खेसरा की जांच की गई। स्थलीय जांच के दौरान जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए जांच प्रतिवेदन यथाशीघ्र प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया। स्थलीय जांच के दौरान भूधारी एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। 6 सदस्यीय समिति द्वारा जांच के दौरान भूमि के किस्म का भौतिक निरीक्षण किया गया।जिलाधिकारी ने उक्त स्थल पर मौजूद सभी ग्रामीणों से समिति के सदस्यों के समक्ष पूछताछ की एवं विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस दौरान जिलाधिकारी के नेतृत्व में समिति ने सभी मौजा में विस्तृत भ्रमण किया एवं स्थलीय जांच की। जिलाधिकारी ने जमीन के मालिकों, स्थानीय लोगों एवं जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर फीडबैक प्राप्त किया।जिलाधिकारी ने ड्रोन के माध्यम से भी उक्त स्थल का सर्वेक्षण किया।‌ जांच समिति से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर जमीन के किस्म का निर्धारण करते हुए मुआवजा की दर निर्धारित की जाएगी। स्थलीय जांच के दौरान समिति के सदस्य के रूप में अपर समाहर्ता मोहम्मद राशिद आलम, उप विकास आयुक्त संतोष कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी तेज नारायण राय, जिला अवर निबंधक डॉक्टर यशपाल, बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित कर्मियों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।