जिले के हर अंचल में एक एक सामुदायिक रसोई शुरु, ईद के दिन बनेगी सेवइयां,अबतक 1963 हुए लाभान्वित
डीएम ने लिया जायजा,दिया निर्देश
ANA/Arvind Verma
खगड़िया। बिहार सरकार से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने सभी अंचलों में सामुदायिक रसोई की व्यवस्था शुरू कराई है। कोरोना संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण लगाने के लिए सरकार द्वारा 04 मई से विभिन्न प्रतिबंध लगाते हुए राज्य में लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन के दौरान मजदूर निर्धन, निराश्रित, निशक्त आदि जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की संभावित समस्या को देखते हुए सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है, जहां ऐसे लोग प्रतिदिन दिन और रात में भोजन प्राप्त कर सकते हैं। खगड़िया जिले के सातों अंचल में 1-1 सामुदायिक रसोई शुरू की गई है, जहां जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।सामुदायिक रसोई, जिन सात जगहों पर चलाए जा रहे हैं, वो हैं-बापू मध्य विद्यालय, बलुआही खगड़िया,मध्य विद्यालय,अलौली,बापूजी स्मारक मध्य विद्यालय, मानसी,विजय बालिका विद्यालय, चौथम,मध्य विद्यालय,करना, परबत्ता, गांधी इंटर विद्यालय, बेलदौर,मध्य विद्यालय, उसरी, गोगरी। 12 मई को दिन और रात मिलाकर कुल 809 व्यक्तियों ने सामुदायिक रसोई में खाना खाया, जबकि अब तक कुल 1963 व्यक्ति इससे लाभान्वित हो चुके हैं। जिलाधिकारी ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन सामुदायिक रसोई में के संचालन में बिजली, पेयजल साफ-सफाई, हैंडवॉश एवं सैनिटाइजर की व्यवस्था भी रहनी चाहिए। साथ ही सामाजिक दूरी एवं अन्य कोविड सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए स्वादिष्ट भोजन जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया जाए। जिलाधिकारी ने सामुदायिक रसोई से लाभान्वित होने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने पर भी जोर देते हुए निर्देश दिया है कि डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर, कोविड केयर सेंटर, सभी अनुमंडलीय एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कोविड मरीजों के परिजनों को भी निबंधित कर पैक खाना दिन एवं रात में उपलब्ध कराया जाए, ताकि उन्हें खाने के लिए भटकना न पड़े। इसी प्रकार बस पड़ाव, कुष्ठ-रोगी बस्ती, रैन बसेरा, राष्ट्रीय उच्च मार्ग इत्यादि स्थलों जगहों पर भी लोगों को पैक खाना सामुदायिक रसोई से उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने ईद के दिन सभी सामुदायिक रसोई में सेवइयां बनाने का भी निर्देश दिया है, ताकि इससे लोगों के बीच त्यौहार का उल्लास कायम रहे। जिलाधिकारी ने अपील की है कि जिन लोगों को होटल, रेस्टोरेंट्स, ढाबा इत्यादि बंद होने से भोजन की समस्या हो रही है, वे भी सामुदायिक रसोई से खाना प्राप्त कर सकते हैं। अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हों, सरकार का और जिला प्रशासन का यही उद्देश्य है।