सीएम, बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के डीएम संग किए वार्ता, ली जानकारी और दिया आवश्यक निर्देश

सीएम, बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के डीएम संग किए वार्ता, ली जानकारी और दिया आवश्यक निर्देश

सीएम ने सामुदायिक किचेन और फूड पैकेट बाढ़ पीड़ितों के बीच वितरण का दिया आदेेश

ANA/Arvind Verma

खगड़िया। मुख्यमंत्री, बिहार नीतीश कुमार ने बाढ़ग्रस्त जिलों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहते हुए आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप राहत एवं बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया। बैठक में खगड़िया जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष सहित बक्सर, भोजपुर, पटना,सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार के जिलाधिकारी भी शामिल थे। आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव संजय कुमार अग्रवाल, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस सहित अन्य वरीय पदाधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे। बैठक में आगामी दो-तीन दिनों में संभावित भारी वर्षा के बारे में चेतावनी देते हुए बताया गया कि उत्तर बिहार की नदियों में जलस्तर में बढ़ोतरी की प्रवृत्ति है। गंगा का जल लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। गंगा के दोनों किनारे बसे हुए जिलों को सावधान रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने तटबंधों एवं रिंग बांधों के अंदर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के आबादी को निष्क्रमित करने का निर्देश दिया। उन्होंने नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए अत्यधिक अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया। सामुदायिक रसोई को प्रारंभ करने एवं फूड पैकेट का वितरण बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में प्रारंभ करने का निर्देश दिया। उन्होंने आपदा राहत केंद्रों को स्थापित करने का निर्देश दिया। बाढ़ ग्रस्त पंचायतों में नौका परिचालन शुरू करने का भी निर्देश दिया। पशु चारा के साथ पशुओं के लिए शरण स्थली भी चिन्हित कर लेना है। जरूरत पड़ने पर संबंधित जिले एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें मांग सकते हैं। उन्होंने स्मरण कराएं के गर्भवती महिलाओं को निष्क्रमण के दौरान राहत शिविर में रखने पर बच्चा जन्म लेने की स्थिति में सरकार द्वारा निर्धारित राशि भी दी जाती है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में बाढ़ की स्थिति एवं तैयारियों के संबंध में जिलाधिकारियों से जानकारी ली। जिलाधिकारी खगड़िया ने मुख्यमंत्री को खगड़िया जिले में बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए प्रशासन द्वारा कराए जा रहे हैं राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने नदियों के जलस्तर, नौका संचालन, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र, पशु चारा, सामुदायिक रसोई के संचालन फूड पैकेट के वितरण, ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की स्थिति, बांधों के पर्यवेक्षण एवं कटाव निरोधी कार्य इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
समीक्षा बैठक के समापन के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को खतरे को देखते हुए सजग रहने का निर्देश दिया। उन्होंने गंगा के अलावा अन्य नदियों पर भी ध्यान रखने की बात दुहराई। उन्होंने सितंबर माह तक पूरे तौर पर सजग और चौकस रहने का निर्देश दिया। इस समीक्षा बैठक में अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल एक और दो के कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता, एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर सहित अन्य संबंधित व्यक्ति भी जिलाधिकारी कक्ष में मौजूद थे।