रालोसपा किसानों, युवाओं की लड़ाई लड़ती रहेगी, विलय की बात बेबुनियाद -उपेंद्र कुशवाहा
ANA/S.K.Verma
पटना। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के जदयू में विलय के सवाल को निराधार बताया और कहा कि पार्टी अपना कार्यक्रम कर रही है और भविष्य में भी पार्टी कोलेजियम सिस्टम के खिलाफ, शिक्षा के सवाल पर और किसानों-युवाओं के मुद्दे पर संघर्ष जारी रखेगी। पार्टी के नौवें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के बाद पार्टी कार्यालय में वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बताया कि आगे की रणनीति के लिए पार्टी के राष्ट्रीय व राज्य परिषद और जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है। बैठक 13 व 14 मार्च को पटना में होगी जिसमें भविष्य के कार्यक्रम तय किए जाएंगे पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री कुशवाहा ने साफ किया कि विलय की बात मीडिया ही उछालती है और जो लोग इस तरह की बात करते हैं उनसे सवाल पूछें कि यह खबर उन्हें कहां से और कैसे मिली।मल्लिक ने बताया कि कुशवाहा ने साफ किया कि पार्टी अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ाती रहेगी और जनसरोकारों के मुद्दों पर सवाल उठाती रहेगा। उन्होंने अपनी बात दोहराई कि कृषि कानून किसान व जन विरोधी है और सरकार को इसे वापस लेना चाहिए। पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक विनोद यादव, प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष बीरेंद्र कुशवाहा, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुशवाहा, रेखा गुप्ता व बीके सिंह, प्रधान महासचिव निर्मल कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष बबन यादव, प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता धीरज सिंह कुशवाहा व भोला शर्मा, महासचिव ब्रजेंद्र कुमार पप्पू, संजय मेहता, मोहन यादव, भुनेश्वर कुशवाहा, अरविंद वर्मा, वीरेंद्र प्रसाद दांगी, राजदेव सिंह, युवा प्रकोष्ठ अभियान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक कुशवाहा, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हिमांशु पटेल, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष मधु मंजरी, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष सुभाष चंद्रवंशी, आईटी सेल अध्यक्ष रोशन राजा, अनुसूचित जाति अध्यक्ष संजीव कुमार, युवा उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सौरभ सागर. असम प्रदेश अध्यक्ष हजरत अली व असम प्रदेश महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष रूमी राजवंशी व कार्यालय प्रभारी अशोक कुशवाहा, सचिव राजेश सिंह, संगठन सचिव विनोद कुमार पप्पू और पटना पश्चिमी जिला अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा भी मौजूद थे।