राजस्व मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल, बिहार के मुख्य मंत्री बनें, मेरी आंतरिक इच्छा – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया
राजस्व मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने पर पहली बार डॉ दिलीप जायसवाल के जन्मस्थल गोगरी आने की सूचना पर खुशी में झूम उठे ग्रामीण
आगामी 07 जुलाई को राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल पधारेंगे खगड़िया और गोगरी, स्वागत की हो रही तैयारियां
ANA/Indu Prabha
खगड़िया। बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री सह बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल का आगमन आगामी 07 जुलाई 2024 को अपनी जन्म भूमि गोगरी अनुमंडल मुख्यालय स्थित उसरी ग्राम में एक दिवसीय प्रवास कार्यक्रम के तहत हो रहा है, जहां एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम में लगभग साढ़े चार बजे वृक्षारोपण करेंगे। इसके पूर्व फरकिया के लाल मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल का स्वागत सैनिक होटल, खगड़िया में 10.20 बजे कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत, 11.20 बजे खगड़िया ज़िला मुख्यालय स्थित डॉ राजेन्द्र प्रसाद की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं राजेन्द्र चौक पर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में दर्शन और पूजन, 11.45 बजे राज कौशल रिसॉर्ट, खगड़िया में आयोजित भाजपा ज़िला कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेंगे, 3.00 बजे एनडीए के जिलाध्यक्ष एवं अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे, 4.00 बजे विचार परिवार एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ भोजन एवं बैठक कर 4.30 बजे खगड़िया से जन्म स्थल गोगरी के लिए प्रस्थान करेंगे। उक्त जानकारी बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया एवं कलवार सेवक समाज के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया को दी। आगे डॉ वर्मा ने कहा बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री तथा भाजपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहलीबार अपनी जन्मभूमि पर डॉ दिलीप जायसवाल पधार रहे हैं। फरकिया वासियों में गजब का उत्साह है। ज़िले के कलवार समाज में खुशी व्याप्त है। आगे डॉ अरविन्द वर्मा ने अपने संस्मरण को साझा करते हुए कहा डॉ दिलीप जायसवाल को मैं उनके छात्र जीवन काल से ही जानता हूं। तब मैं अपने पिता स्वo कमलेश्वरी प्रसाद वर्मा (प्रधान सहायक, प्रखंड कार्यालय, गोगरी) को आवंटित सरकारी क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रह रहा था। डॉ दिलीप जायसवाल के पिता स्वo आनंदी चौधरी उसरी ग्राम में राशन वितरण प्रणाली के डीलर थे। कलवार समाज के होने के नाते और पारिवारिक अंतरंगता के कारण डॉ दिलीप जायसवाल से भाईचारा मित्रवत बनी रही। उन दिनों मैं भागलपुर विश्वविद्यालय का छात्र था और दिलीप जायसवाल एस पी कॉलेज, दुमका के छात्र थे। मेरे श्वसुर स्वo राम बाबू चौधरी (सब रजिस्ट्रार) भी उसरी स्थित रजिस्ट्री चौक पर अवस्थित सरकारी आवास में रह रहे थे इनसे भी डॉ दिलीप जायसवाल से पारिवारिक रिश्ता था। आगे डॉ वर्मा ने कहा आनंदी चाचा पुराने कांग्रेसी नेता थे। आनंदी बाबू इलाके में कलवार समाज के साथ साथ गरीब, पिछड़े एवं दबे कुचले लोगों के बीच काफ़ी लोकप्रिय थे। अपने परिवार का इकलौता पुत्र होने के कारण डॉ दिलीप जायसवाल का लालन पालन बड़े प्यार से किया गया। गोगरी प्रवास के दौरान ही मेरी अंतरंगता डॉ दिलीप जायसवाल से बढ़ती चली गई। उसी दौरान डॉ दिलीप जायसवाल की एक नहीं अनेक प्रतिभावान विचार और ख्यालात देखने को मिला था। आगे डॉ वर्मा ने कहा उन दिनों मैं पढ़ाई के साथ साथ पत्रकारिता जैसे शौक को पाल रखा था। पटना से प्रकाशित होने वाले हिंदी दैनिक समाचार पत्र ” प्रदीप ” का गोगरी से संवाददाता और मुंगेर से प्रकाशित हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र ” जवां मर्द ” अखबार का सह संपादक और गोगरी कार्यालय का प्रभारी था। मुझे
पढ़ाई के साथ साथ पत्रकारिता का नशा और डॉ दिलीप जायसवाल को पढ़ाई के साथ साथ समाज सेवा और राजनीति करने का नशा था। आगे डॉ वर्मा ने कहा मैंने जो प्रतिभा छात्र जीवन में बहुत नजदीक से देखा था उसका प्रतिफल मुझे वर्षों बाद आज देखने को मिल रहा है कि डॉ दिलीप जायसवाल बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री तथा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रुप में जन्मस्थली गोगरी पधार रहे हैं। यह देख मैं अत्यंत प्रसन्न हूं कि वर्षों तक की गई समाज सेवा का ही फल है डॉ दिलीप जायसवाल का उच्च शिखर पर पहुंचना। आगे डॉ वर्मा ने कहा मेरी तो आंतरिक इच्छा है कि ईश्वर एकबार डॉ दिलीप जायसवाल को बिहार के मुख्य मंत्री की कुर्सी पर विराजमान करें ताकि पूरे बिहार का सर्वांगीण विकास डॉ दिलीप जायसवाल के विचारों के साथ हो सके। डॉ अरविन्द वर्मा ने यह भी खुलासा किया कि जब मैं जमालपुर गोगरी उप डाकघर में पोस्टमास्टर था तब भी डॉ दिलीप जायसवाल से टेलीफोनिक रिश्ता भाईचारे का बना रहा, उन दिनों डॉ दिलीप जायसवाल माता गुजरी मेडिकल कॉलेज, किशनगंज के प्रशासक एवं डॉयरेक्टर थे। किशनगंज उनकी कर्मभूमि और गोगरी उनकी जन्मभूमि है। ऐसे फरकिया के लाल डॉ दिलीप जायसवाल को जन्मस्थल पर पधारने के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं डॉ अरविन्द वर्मा ने दी।