मुद्रमोचन के फेर में किसानों, भूस्वामियों का शोषण जारी – धीरेन्द्र सिंह टुड्डू, प्रदेश अध्यक्ष
ज़िला प्रशासन कौड़ी के भाव में लेना चाह रही है जमीन – सूर्यनारायण वर्मा, जिलाध्यक्ष
ANA/Arvind Verma
खगड़िया। जिले भर के किसान कोने कोने से पहुँच कर अपनी रोजी रोटी की थाली, खेत के स्वामित्व के अधिकार को बचाने के लिए जद्दो जहद कर रहे थे। अधिकारियों और जिला प्रसाशन के खिलाफ किसानों, भू स्वामियों का आक्रोश देखते बन रहा था l बिहार किसान मंच के बैनर तले विशाल धरना में किसान बोल रहे थे सरकार हमारा जमीन छीनना चाह रही है। हजारों जमा बंदी को संदिग्ध कर हजारों एकड़ जमीन लेना चाह रही है जबकि, वर्षों से हमारा लगान कायम है। भू स्वामियों ने जिला प्रसाशन और भू अर्जन विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, खगड़िया सहरसा के बीच बन रहे पथ एस एच 95 में काफी धांधली की गई है, एक ही खेसरा मे दो अलग अलग रेट दिया जा रहा है। जमीन अधिग्रहण में जिनका मकान जा रहा है उसका मुआवजा नहीं दिया जा रहा है, जमीन अधिग्रहण के बाद बहुत ऐसे परिवार हैं जो भूमि हीन हो रहे हैं उनको पुनर्वास की व्यवस्था जिला प्रसाशन ने नहीं किया है, भूमि अधिग्रहण का रेट 2013 की दर से दिया जा रहा है जबकि रेट 2022 से मिलना चाहिए, भूमि नापी में भी विसंगति हुई है किसी को कम तो किसी को ज्यादा किया गया है, बासगीत को सिंचित तो सिंचित को अ सिंचित किया गया है, इस विसंगति के खिलाफ किसानों और भू स्वामियों में काफी आक्रोश देखा गया। किसान नेता बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने धरना सभा को संबोधित करते हुए कहा गैर मंजरुआ खास भूमि जिनका वर्षों से लगान कायम है, वह जमीन किसानों और भू स्वामियों का है उसे संदिग्ध करना सरकार जिला प्रसाशन को मंहगा पड़ेगा। किसान लगान रसीद को लेकर सड़क पर उतरेंगे, सभी अंचल कार्यालय का घेराव करेंगे। किसान नेता टुडू ने कहा है कि, सरकार कहती है जिस जमीन का वर्षों से लगान कायम है वह जमीन, मरौसि हो या, गैर मंजरुआ खास या बकास हो जिसका बंदोबस्त सरकार या जमींदार ने किया है वह जमीन रैयति है। किसान नेता टुडू ने कहा कि, बिहार में सबसे ज्यादा किसी विभाग में भ्रष्टाचार ज्यादा है तो सबसे ज्यादा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में है, जिसके कारण राजस्व कर्मचारी, अंचलाधिकारी, बंदोबस्त पदाधिकारी, डी सी एल आर, ए डी एम मुद्रा मोचन के फेर में भू स्वामियों का शोषण कर रहे हैं और इनके यहाँ भूमि विवाद का केस सबसे ज्यादा लंबित है। किसान सूर्य नारायण वर्मा ने कहा कि, सड़क निर्माण में जमीन जाने के उपरांत भूमिहीन को सरकार का नियमावली है कि तीन माह के अंदर पुनर्वास किया जाय लेकिन जिला प्रसाशन फ्री में जमीन और कौड़ी के भाव में लेना चाह रही है। इसके खिलाफ किसान न्यायालयों का दरवाजा खटखटाएगा। सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण वर्मा ने की तथा संचालन पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष मिथलेश यादव ने किया। सभा को सर्व राजीव यादव, रंजीत यादव, मो नौशाद अली, चंदन कुमार, नागेश्वर चौराशिया, सिकंदर शर्मा, उमेश शर्मा, दिगंबर यादव, संतोष कुमार, जीतेंद्र यादव, अशोक कुमार यादव, पंकज चौधरी, राकेश सिंह शशि प्रसाद यादव, राजेश निराला सहित आदि ने संबोधित किया।