बिहार किसान मंच ने भारत बन्द में निकाला जुलूस और किया एनएच जाम
ANA/S.K.Verma
खगड़िया। राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन के तहद भारत बंद को सफल बनाने के उदेश्य से बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व् मे सैकड़ों किसानों ने शहर के के एन क्लब से कृषि के तीनो काला अध्यादेश वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाने, नरेंद्र मोदी मुर्दावाद के नारों के साथ जुलूस निकाला जो शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ राष्ट्रीय उच्च पथ पहुँचा जहाँ किसानो ने चक्का जाम कर दिया।सड़कजाम इतना सफल था कि प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने बीच सड़क पर ही चुल्ही जोर कर रोटी बनाना शुरू कर दिया और रोटी का माला पहन कर बैठ गए l किसानों को संबोधित करते हुए टुडू ने कहा कि, कृषि के टीम काला अध्यादेश जिसमें ए पी एम सी मंडी संशोधन तो नीतीश कुमार ने बिहार में पहले ही भंग कर दिया कृषि उत्पादन बाजार समिति जिसका नतीजा है कि, किसान बिचोलिया के हवाले हो गया है l अब देश के किसानो का शोषण बिचोलिया करेगा l इसलिए कृषि के तीनो काला अध्यादेश को केन्द्र सरकार रद्द करे और न्यून तम समर्थन मूल्य को कानून बनाये l जिसमे जो व्यापारी एमएसपी से कम कीमत पर अनाज खरीदेगा उसकी दस साल की सजा और दस लाख का जुरवाना सुनिश्चित हो। बंद को दुकानदार, रिक्सा चालक, सरकारी कर्मचारी सभी ने नैतिक समर्थन दिया। टुडू ने यह भी कहा कि, 9 दिसंबर को भारत सरकार से किसान नेताओं से पुनः बातचीत होनी है यदि सरकार नहीं मानी तो हम देश के किसान और उग्र आंदोलन करेंगे देश के सभी सरको पर किसान चुल्ही जोर कर खाना बनाएंगे और अनिश्चित कालीन सरक जाम कर देंगे। टुडू ने विपक्षी दलों से अपील करते हुए कहा कि राजनीतिक दल किसान के प्रति इतना ही हमदर्दी रखता है तो किसान आंदोलन का हिस्सा नहीं बने इससे गलत संदेश जा रहा है, इनको चाहिए कि, कृषि पर विशेष बहस के लिए राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन दे कि किसान आज सरक पर बैठा है सरकार क्यो नहीं सदन बुला कर कृषि पर विशेष चर्चा कर रही हैं l बंद और जुलूस में, दयानंद शाह, मुकेश कुमार सिंह, प्रीतम कुमार, रंजीत कुवार, सिकंदर यादव, शशि प्रसाद यादव, बीरेंद्र यादव, चंदन कुमार, शंकर सिंह, नंदन शाह, मनोज यादव, हीरालाल यादव, राजेश निराला,, देवानंद कुशवाहा, आदि शामिल थे ।