“बिहार का सियासी मंज़र नामा और मुसलमान” कार्यक्रम में पीके बोले – मुसलमानों को अपनी रहनुमाई खुद करनी पड़ेगी

“बिहार का सियासी मंज़र नामा और मुसलमान” कार्यक्रम में पीके बोले – मुसलमानों को अपनी रहनुमाई खुद करनी पड़ेगी

हज भवन, पटना में मुसलमानों का लगा जमावड़ा 

ANA/Arvind Verma

पटना। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर रविवार 14 जुलाई को पटना स्थित हज भवन में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘बिहार का सियासी मंज़र नामा और मुसलमान’ मुद्दे पर हुए इस कार्यक्रम में बिहार के मुस्लिम समुदाय के कई बड़े बुद्धिजीवी शामिल हुए। जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए और बिहार में मुसलमानों की सियासी स्थिति पर अपने विचारों को रखा। प्रशांत किशोर से पहले पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन और जन सुराज से जुड़े विधान पार्षद अफ़ाक अहमद ने भी सभा को संबोधित किया।
लालटेन में किरासन तेल बनकर जल आप रहे हैं और रौशनी कहीं और हो रही है, अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए वोट कीजिए: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने हज भवन में आयोजित प्रबुद्ध अल्पसंख्यकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि मुसलमानों को अपनी रहनुमाई खुद करनी पड़ेगी, मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए बस आपकी दुआ चाहिए। राजद पर कटाक्ष करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि लालटेन में किरासन तेल बनकर जल आप रहे हैं और रौशनी कहीं और हो रही है। जन सुराज वोट की राजनीति से ज्यादा समाज को जोड़ने और अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए सोचने की बात कर रहा है। मुसलमानों को राजनीतिक बंधुआ मजदूरी से अब निकलना होगा और जन सुराज उसी के लिए विकल्प है। मुसलमानों को गांधी और अंबेडकर को मानने वाले हिंदुओं के साथ गठजोड़ बनाना होगा, तभी जाकर कामयाबी मिलेगी। सभा में मौजूद लोगों ने जन सुराज अभियान की तारीफ की और प्रशांत किशोर के प्रयासों की सराहना की। लोगों ने कहा कि आने वाले बिहार विधानसभा में जन सुराज एक मजबूत राजनीतिक विकल्प के तौर पर उभर कर सामने आ रहा है और बिहार के मुसलमान इस बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन ने की और विधान पार्षद आफाक अहमद ने स्वागत भाषण दिया। मंच का संचालन शाहनवाज बदर कासमी ने किया। कार्यक्रम को रशीद अहमद (रिटायर्ड आईएएस) पटना, प्रो० शमीम अनवर सहरसा, शकील मोईन प्रसिद्ध लेखक चंपारण, डॉ० गाज़ी शारिक कटिहार, प्रो० मुसववीर हुसैन किशनगंज, तय्यब असगर जमुई, ओवेस अंबर शिक्षाविद जहानाबाद, दानिश मालिक डिप्टी मेयर बिहार शरीफ, डॉ० मंज़र नसीम सर्जन पीएमसीएच, एडवोकेट साबिह मेहमूद दिल्ली, डॉ० मुख्तार मधुबनी, फ़ैज़ अहमद गोपालगंज, औरंगज़ेब अरमान अरवल, इंतखाब अहमद (जन सुराज जिलाध्यक्ष सिवान), अब्दुल मजीद मुजफ्फरपुर, अबू अफ़फान फारूकी शिक्षक नेता अलीगढ़, तारिक अनवर चंपारण सामाजिक एक्टिविस्ट, मौलाना इम्तियाज अररिया अध्यक्ष जमीयत उलमा हिंद, अली रज़ा सीमांचल कॉपरेटिव चेयरमैन आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम को आयोजित करने वालों में दानिश खान, आज़म हुसैन अनवर, आमिर हैदर, शादाब हुसैन, डॉ० आफताब, समीउल्लाह उर्फ शमीम, सरवर अली, अली इरफ़ान अफ़रोज़, कबीरुद्दीन मुखिया, इंजीनियर शाह फैसल शामिल रहे।