पोलियो खुराक पिलाने के लक्ष्य पूरा करने को 1020 दल सक्रिय
डीडीसी ने किया पांच दिवसीय राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ
ANA/Indu Prabha
खगड़िया। इस प्रखण्ड के राम टोला कोठीया मिडिल स्कूल आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 75 में पांच दिवसीय राष्ट्रीय प्लस पोलियो अभियान का शुभारम्भ उपविकास आयुक्त अभिलाषा शर्मा द्वारा उद्द्घाटन किया गया। पाँच दिवसीय यह अभियान 29 नवम्बर से 3 दिसम्बर 2020 तक चलेगा। मौके पर उपविकास आयुक्त ने कहा कि जन्म से 5 वर्ष तक का एक भी बच्चा पोलियो ड्रॉप्स पिलाना से वंचित न रहे, इस की जिम्मेदारी हम सब की होगी। साथ ही सोशल डिसटेन्स का ख्याल रखना भी अनिवार्य है।एसीएमओ खगड़िया ने सख्त रूप से सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं चिकित्सा पदाधिकारी को भी अभियान की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया, ताकि अभियान में निर्धारित लक्ष्य की शत प्रतिशत प्राप्ति हो सके।उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मीयों के ऊपर विभगीय निर्देश के अनुरूप कार्यवाही की जाएगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकर्ता,आंगनबाड़ी सेविका सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अन्य कर्मियों को जिम्मेदारी दी गई है। सुपरवाइजर, मॉनिटर सहित अन्य कर्मियों की टीम गठित की गई है। अभियान के दौरान इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि एक भी बच्चे पोलियो की दो बूंद दवा पीने से छूटे नहीं। बच्चों को दवाई पिलाने के दौरान कोविड-19 के गाइड लाइन का ख्याल रखा जाएगा। बचाव से संबंधित उपायों का पालन करते हुए कर्मी दवा पिलाएंगे और खुद के साथ-साथ दूसरों का भी कोविड-19 से सुरक्षा का ख्याल रखेंगे। विभाग की ऒर से 317192 घरों में, 363965 बच्चों को खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए जिले में 1020 दल को लगाया गया है जिसमे घर घर दल- 749 ट्रांजिट दल 207, मोबाइल दल- 41, वन मैन दल 23, लगाया गया है। दल को निगरानी करने हेतु 306 सुपरवाइजर ,सब डिपो 61 को तैनात किया गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक दिन शाम में सभी पीएचसी पूरे प्रखंड का रिपोर्ट जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराएंगे। पल्स पोलियो अभियान की ड्यूटी में लगी आंगनबाड़ी सेविका, आशा सहित अन्य कर्मी घर-घर जाकर पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दो बूंद दवा पिलाएंगे। साथ ही दवा पिलाने के बाद बच्चों का नाम, बच्चे के माता-पिता का नाम, गृह संख्या आदि विभाग द्वारा दिए गए फॉर्मेट में भरेंगे। साथ ही बाहर गए बच्चों की भी पूरी जानकारी लेकर फॉर्मेट में भरेंगे और देर शाम दिन भर के कार्यों की रिपोर्ट स्थानीय पीएचसी में जमा करेंगे।
दवा पिलाने के बाद बच्चों की अंगुली में निशान भी लगाया जाएगा। ताकि किसी भी बच्चे को भूलवश जाने-अनजाने में दोबारा दवाई नहीं पिलाई जा सके। मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ( ए०सी०एम०ओ०) डॉ० आर० एन० चौधरी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० देवनन्दन पासवान, एस० एम० सी० यूनिसेफ, डॉ० एजाज़ अहमद, केयर के डीटीएल अभीनंदन कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के कर्मी इंचार्ज डीपीएम प्रदीप कुमार झा एवं यु एन डी पी से भी सी सी एम आशुतोष कुमार , सदर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० राजीव कुमार, बी०एम०सी० रजनीश कुमार, डब्ल्यू एच ओ मोनीटर, उपस्थित रहे।