पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जीवनी से सीख लें, युवा – राजदेव राम, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी

पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जीवनी से सीख लें,युवा – राजदेव राम, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी

शास्त्री जी की 106 वीं जयंती समारोह का हुआ आयोजन

ANA/S.K.Verma

खगड़िया। सदर प्रखण्ड के अंतर्गत अनुसूचित जाति मध्य विद्यालय, संसारपुर के प्रांगण में भारत सरकार के पूर्व मंत्री व बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री पद को सुशोभित करने वाले गुदरी के लाल विकास पुरुष स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई ।
जयंती समारोह का उद्घाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम तथा प्रोफेसर तरूण प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अध्यक्षता सेवा निवृत शिक्षक रामलखन प्रसाद पासवान ने की ।जबकि मंच संचालन का कार्यभार दलित युवा संग्राम परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने बेखूबी निभाया । आगत अतिथियों का स्वागत मध्य विद्यालय रामगंज संसारपुर के प्रधानाध्यापक बालकिशोर पासवान के द्वारा अभिनन्दन पुष्प प्रस्तुत कर तथा आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा शॉल व माला पहना कर किया गया।सर्व प्रथम आगत अतिथियों के द्वारा स्वर्गीय शास्त्री के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने कहा कि भोला पासवान शास्त्री वास्तव में भोला थे।वे एक बेहद ईमानदार और देश भक्त थे।गरीबी की आग में तप कर शिक्षा अध्ययन करने वाले स्व0 शास्त्री के जीवन से आज के पीढ़ियों के युवाओं को सीख लेने की जरूरत है ।तभी इनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।मुख्य अतिथि प्रोफेसर तरूण प्रसाद ने स्वर्गीय शास्त्री के जीवन वृतांत पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कहा कि उनकी जीवनी अनुकरणीय है ।सही मायने में वे एक महान व्यक्तित्व के धनी महापुरुष थे।शिक्षा की महत्ता को बेखूबी अपने वक्तव्य में रखते हुए दलित समाज को शिक्षित होने पर बल दिया ।दलित युवा संग्राम परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में भोला पासवान शास्त्री को बिहार के गौरव और महान बिभूति बताया।बोले कि केंद्रीय मंत्री और बिहार के तीन तीन बार मुख्यमंत्री पद को सुशोभित करने वाले गुदरी के लाल विकास पुरुष भोला पासवान शास्त्री की प्रतिमा पटना के धरती पर अधिष्ठापन नहीं करना दलितों के साथ हीं अपितु बिहार का अपमान है।श्री शास्त्री ने कहा कि जबतक हमारा समाज शिक्षित, संगठित नहीं होंगे तबतक अपमान का घूंट पीकर जीना हीं पड़ेगा।इसलिए स्व0शास्त्री के पद चिन्हों पर चलने से ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।जयंती समारोह को सेवा निवृत अंचल अधिकारी सत्यनारायण पासवान, सेवा निवृत शिक्षक कवि सूर्य कुमार पासवान,शिक्षक श्रवण पासवान, पासवान, जय प्रकाश पासवान, सिकेन्द्र पासवान,डा पुरातन गांधी, बिहार नगर ग्राम कल्याण परिषद् के अध्यक्ष अरूण कुमार वर्मा,धर्मेन्द्र पासवान,बामसेफ के राजकमल यादव,मूल निवासी संघ के कुन्दन यादव, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष मो०तमीजुद्दिन,रामसुचित पासवान एवं नारायण पासवान ने भी संबोधित करते हुए स्वर्गीय शास्त्री के जीवन वृतांत पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें सच्चे राष्ट्र भक्त और समाजवाद का प्रोद्धा बताया।