“नदिया किनारे मोर गांव” में रहने वालों को जागरूक करने का नायाब तरीका- ” वोट वाली बोट” का हुआ परिचालन
तीन अधिकारियों ने मतदाताओं को जागरूक करने हेतु किया अपील
ANA/Indu Prabha
खगड़िया। कहते हैं, जिस जिले का मुखिया जैसा रहेगा उस जिले की जनता को वैसा ही लाभ मिलेगा, उसके सर्वांगीण विकास की बात करेगा, उनकी समस्याओं को असमय दूर करने का प्रयास भी करेगा। संयोग है खगड़िया ज़िला को एक ऊर्जावान व अग्र सोची युवा ज़िला पदाधिकारी के रूप में आलोक रंजन घोष जैसे आईएएस पदाधिकारी मिला। बिहार विधान सभा का चुनाव जिले के चार विधान सभा क्षेत्रों में आगामी तीन नवम्बर को होने वाला है, कोरोनाकाल है, ऐसी स्थिति में मतदान के प्रति लोगों को जागरूक भी करना है। चुनाव आयोग के हर दिशा निर्देशों का पालन भी करना और करवाना है। इन सारे चुनौतियों को स्वीकार करते हुए ज़िला पदाधिकारी सह ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी आलोक रंजन घोष ने डीडीसी अभिलाषा शर्मा के सहयोग से निरंतर क्रियाशील हैं और खासकर मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं इसी कड़ी में नदी किनारे रहनेवाले ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए नदी में जागरूकता नाव- ” वोट वाली बोट” का परिचालन करवा कर, एक नायाब तरीका अपनाया, जिससे ग्रामीणों के बीच अच्छा प्रभाव पड़ा है, लोग काफी जागरूक हो रहे हैं। सनद रहे,जब से जिले में सामान्य प्रेक्षक पार्थ सारथी जी का आगमन हुआ तब से नित नए नए कार्यक्रमों का कार्यान्वयन हुआ। ये तीनों अधिकारीगण निरंतर मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अपील करते रहे कि हर हाल में मतदान, सुरक्षित रह कर अवश्य करें। अब देखना है, इसका कितना असर पड़ा ? मतदान के दिन मतदान का प्रतिशत कितना बढ़ा ? हालांकि, एक गैर राजनीतिक संस्था बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा के नेतृत्व में बी पी आई के सदस्यों ने भी जिले के मतदाताओं को जागरूक करने में अहम भूमिका का निर्वाह किया है।