डीएम डॉ नवल चौधरी ने डार्विन सिद्धांत का दिया उदाहरण कहा जिस अंग का प्रयोग नहीं होता वो धीरे धीरे निष्क्रिय हो जाता

डीएम डॉ नवल चौधरी ने डार्विन सिद्धांत का दिया उदाहरण कहा जिस अंग का प्रयोग नहीं होता वो धीरे धीरे निष्क्रिय हो जाता

बिहार के लोग मेहनती, मतदान में नहीं रहें पीछे, वोट के महत्व को समझे -डॉ नवल चौधरी, डीएम सह ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी

ANA/Arvind Verma

भागलपुर। लोकसभा आम निर्वाचन 2024 को स्वतंत्र, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने एवं शत-प्रतिशत मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर के सीनेट हॉल में स्वीप भागलपुर के सहयोग से एन.एस.एस. (राष्ट्रीय सेवा योजना) द्वारा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जवाहर प्रसाद, जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉo नवल किशोर चौधरी, क्षेत्रीय निदेशक एन.एस.एस. गिरधर उपाध्याय द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में भागलपुर के प्रख्यात सोशल मीडिया एक्टर- सह- अभिनेत्री सुश्री संचिता बसु ने प्रतिभागियों को 26 अप्रैल को वोट देने एवं अपने परिवार के सभी लोगों को वोट दिलवाने हेतु प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली दफा यहां 57 प्रतिशत मतदान हुआ था। लेकिन इस बार आप सभी 90 प्रतिशत तक मतदान जरूर हो। उन्होंने युवाओं से कहा कि आप अपने माता-पिता और पड़ोसियों को जागरूक करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा मतदान हो सके। उन्होंने कहा कि जो लोग नौकरी पेशा को लेकर बाहर रहते हैं उनके परिवार को उन्हें भी मतदान हेतु बुलाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जो लोग शिक्षित नहीं है उन्हें हम जैसे शिक्षित व्यक्ति हीं समझा सकते हैं कि मतदान करना कितना महत्वपूर्ण होता है। साथ ही कहा कि मतदान का समय सुबह 7ः00 से शाम 6ः00 तक है। इसलिए खेत में काम करने वाले हो या अन्य रोजी रोजगार वाले कोई भी व्यक्ति मतदान कर सकते हैं। इसलिए 26 अप्रैल को मतदान करें एवं अपने कर्तव्य को निभाएं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह -जिलाधिकारी डॉo नवल किशोर चौधरी ने कहा कि बिहार के लोग बहुत मेहनती होते हैं, यहां के लोग देश के सभी राज्य में एवं विदेश में भी रहते हैं। जब हम मेहनती हैं, तो मतदान में पीछे क्यों रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र जनता का, जनता के लिए और जनता के द्वारा शासन है। जनता के द्वारा यानी हम वोट कर प्रतिनिधि चुनते हैं,जो कानून बनाते हैं। इस तरह हम ही हम पर शासन करते हैं। उन्होंने कहा कि डार्विन का एक सिद्धांत है जिस अंग का हम प्रयोग नहीं करते हैं वह धीरे-धीरे निष्क्रिय हो जाता है। उन्होंने कहा कि देश में ऐसी कोई परीक्षा नहीं जिसमें बिहार के छात्र शामिल नहीं होते या उसमें सफल नहीं होते हैं। कार्यक्रम को तिलकामांझी विश्वविद्यालय भागलपुर के कुलपति ने भी संबोधित किया और कहा कि एन.एस.एस स्वयं मतदान करें एवं अपने आसपास के पड़ोसी के मतदाताओं को जागरूक कर हेतु प्रोत्साहित करें। इस अवसर पर उन्होंने सभी को नैतिक मतदान करने हेतु शपथ भी दिलवाई। कार्यक्रम में संचित संचिता बसु के साथ एन.एस.एस के अनेक सदस्यों ने सेल्फी खिंचवाया।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता ने भी संबोधित करते हुए मतदान के महत्व को समझाया और 26 अप्रैल को मतदान करने हेतु अपील की। कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी धनंजय कुमार, एनएसएस के समन्वयक डॉक्टर राहुल कुमार एवं अन्य पदाधिकारी गण आदि शामिल थे।