जिले के सात टीकाकरण केंद्रों पर शिक्षकों एवं उनके परिजनों ने लगाया कोविड टीका, अच्छा प्रभाव अन्य पर भी
ज़िला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम एवं डीपीओ स्थापना (शिक्षा) शिव कुमार शर्मा ने केन्द्रों का लिया जायजा
ANA/S.K.Verma
खगड़िया। जिले के सभी प्रखंडों में शिक्षकों, रसोईयों एवं उनके परिवार के सदस्यों के लिए टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए थे, जहां उन्होंने पूरे उत्साह के साथ टीका लिया। यह टीकाकरण केंद्र निम्न भवनों में बनाए गए थे- मध्य विद्यालय हाजीपुर, खगड़िया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय अलौली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चौथम, जनता उच्च विद्यालय,मानसी, भगवान उच्च विद्यालय, गोगरी, मध्य विद्यालय, बेलदौर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,परबत्ता। विगत 08 जून को जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने जिला कम्युनिकेशन टास्क फोर्स की बैठक में उन सभी शिक्षकों के लिए टीकाकरण केंद्र पर कोविड का टीका लगवाने का निदेश दिया गया था, जिन्होंने पूर्व में इसका टीका नहीं लिया था अथवा इनकी उम्र 45 वर्ष से कम थी। जिले में पहले ही 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अधिकांश शिक्षकों को कोविड का टीका लगाया जा चुका था। उसी दिन आयोजित शिक्षा विभाग के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी सभी शिक्षकों को टीका लगवाने का निर्देश प्राप्त हुआ था। शिक्षकों के बीच टीकाकरण कराने एवं उन्हें केंद्र पर लाने के कार्य में सहयोग हेतु प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों, संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों एवं प्रखंड साधन सेवियों को भी लगाया गया था। 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के शिक्षकों को टीकाकरण हेतु बुलाया गया था। विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर बड़ी संख्या में शिक्षकों उनके परिवार के सदस्यों एवं रसोइयों ने कोशिश टीके का खुराक़ लिया। शिक्षकों के बीच टीका लेने के लिए भारी उत्साह था। जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम और डीपीओ स्थापना (शिक्षा) शिवकुमार शर्मा ने विभिन्न केंद्रों पर जाकर टीकाकरण कार्य का मुआयना भी किया। जिलाधिकारी का मानना है कि शिक्षक जनमत निर्माता होते हैं और इनके द्वारा टीका लिए जाने पर समाज के अन्य वर्ग भी प्रेरित और प्रभावित होते हैं। अन्य वर्ग के लोग भी प्रभावित होकर टीकाकरण के लिए बढ़-चढ़कर आगे आएंगे जिससे कोरोना को मात देने और संभावित तीसरी लहर को रोकने में मदद मिलेगी।