गरीबों की थाली से दाल और सब्ज़ी गायब क्यों ? कारण है छः महीने से आंदोलनरत किसानों की बात नहीं मानना
बिहार किसान मंच ने मनाया काला दिवस,किया पुतला दहन
ANA/S.K.Verma
खगड़िया। देश आज आर्थिक आपात काल से गुजर रहा है जमा खोरी, पूंजीपतियों द्वारा तिजोरी में अन्न को बंद किये जाने के कारण गरीबों की थाली से दाल और सब्जी गायब हो रहा है l क्योंकि, मोदी सरकार ने किसानो की बात पिछले छः महीने से नहीं मानी तेलहन दलहन को स्टॉक करने की छुट पूंजीपतियों को दे दी जिससे सरसों तेल आज 200/ लिटर के पार हो गया। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशव्यापी काला दिवस सूबे बिहार में बिहार किसान मंच के बैनर तले किसानो ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करते हुए यह बात किसान नेता धीरेंद्र सिंह टुडू ने कही। बिहार किसान मंच के उपाध्यक्ष सूर्य नारायण वर्मा ने कहा कि, हम किसानो का गेहूँ 15/ रुपये kg बिकता है और उद्योग पति का आटा 50/ kg यह कैसे चलेगा, कृषि के तीन काला कानून के कारण आज देश में महगाई चरम पर है l किसान पूर्व नगर पालिका चेयरमैन अनिल कुमार यादव ने कहा कि हम किसानो का मांग है कि कृषि के तीनो काला कानून को वापस ले और MSP न्यून तम समर्थन मूल्य को कानून बनाये जो ब्यापारी कम कीमत पर अनाज खरीदे उसको 10 साल की सजा का कानून हो। किसान मुकेश सिंह ने कहा कि किसानो का लागत पूंजी बढ़ता जा रहा है मुनाफा घटता जा रहा है कैसे आय 2022 में दो गुना होगा l केंद्र सरकार स्वामी नाथन कमिटी की रिपोर्ट क्यों नहीं लागू करती है ? किसान अशोक कुमार यादव ने कहा कि किसान आंदोलन का छः माह हुआ वही मोदी सरकार का कार्य काल आज सात साल हुआ लेकिन देश आर्थिक रूप से 70 वर्ष पीछे चला गया। किसानों ने एक स्वर से कहा जब तक कृषि के तीनो काले कानून को वापस नहीं लिया जायेगा आंदोलन जारी रहेगा l काला दिवस मनाने वाले किसानों में प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू, उपाध्यक्ष सूर्य नारायण वर्मा, अनिल कुमार यादव, पंकज यादव चंदन कुमार, अजीत यादव मुकेश सिंह, निर्मल आजाद, शशि प्रसाद यादव, नागेश्वर चौरसिया, राजकिशोर यादव, मो शदुल्ला सरपंच, जीतेंद्र यादव, सिकंदर यादव, राजेश निराला, बीरेंद्र यादव, राकेश सिंह, मानो प्रसाद सिंह, बिनोद जैस्वाल, पंकज सिंह, कुंती शांान्त, नीलम, नो आशा आदि ने भाग लेकर काला दिवस मानते हुए नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया।