कलवार जाति को अपना अलग कोड निर्गत करे बिहार सरकार तभी जाति जनगणना होगी सार्थक – डॉ अरविन्द वर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष
कलवार जाति की उपेक्षा कतई बर्दास्त नहीं – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन, कलवार सेवक समाज
कलवार जाति के कई एम पी, एमएलए, आईएएस और आईपीएस भी हैं बिहार में फिर भी … …
ANA/Indu Prabha
खगड़िया। बिहार में जाति की जनगणना होने वाली है। प्रायः हर जाति का अपना अपना कोड निर्गत किया गया है, पर कलवार जाति का अपना कोड नहीं है। आखिर क्यों ? बनिया कोई जाति नहीं फिर कोड क्यों निर्गत किया गया ? बनिया के कोड में कलवार जाति को रखा गया है। आखिर ऐसी विषमताएं क्यों ? बिहार में कलवार जाति के कितने लोग हैं कैसे पता चलेगा ? उक्त बातें, कलवार सेवक समाज के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया से एक साक्षातकार के दौरान कही। आगे डॉ वर्मा ने कहा बिहार में कलवार जाति के बड़े बड़े राजनीतिक नेता हैं, बावजूद कलवार जाति को अपना कोड नहीं मिलना दुर्भाग्य पूर्ण है। डॉ अरविन्द वर्मा ने कहा बिहार में चर्चित व लोकप्रिय नेताओं में प्रमुख हैं सांसद रामा देवी, सांसद डॉ संजय जायसवाल, पूर्व उप मुख्य मंत्री व विधायक तार किशोर प्रसाद, विधान परिषद सदस्य डॉ दिलीप जायसवाल, विधायक पवन जायसवाल, विधायक विनोद जायसवाल, विधायक विजेन्द्र चौधरी, ऋतु जायसवाल, पूर्व मंत्री श्याम बिहारी चौधरी तथा पूर्व विधायक बिभाष चौधरी चौधरी आदि। बिहार में कलवार जाति के आईएएस, आईपीएस ऑफिसरों में प्रमुख हैं सी के अनिल, अरुण कुमार, डॉ नवल किशोर चौधरी, राहुल कुमार, दीपक आनन्द तथा मनोज कुमार आदि। बावजूद इसके बिहार में कलवार जाति की उपेक्षा बिहार सरकार द्वारा की जा रही है, जो अति निन्दनीय है। कलवार सेवक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अरविन्द वर्मा ने बिहार सरकार के महामहिम राज्यपाल, बिहार के मुख्य मंत्री तथा उप मुख्य मंत्री से मांग किया है की बिहार में हो रहे जाति जनगणना में कलवार जाति को अपना अलग कोड निर्गत किया जाय तभी जाति जनगणना की सार्थकता होगी।