अयोध्या धाम के पंडित राज कुमार शास्त्री ने वरिष्ठ समाज सेवी व पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा को किया सम्मानित

अयोध्या धाम के पंडित राज कुमार शास्त्री ने वरिष्ठ समाज सेवी व पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा को किया सम्मानित

मां तारा शक्तिपीठ प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उमड़ा भक्तों का सैलाब

ANA/Indu Prabha

खगड़िया (बिहार)। राम लल्ला नगरी अयोध्या धाम (उत्तर प्रदेश) से पधारे पंडित राजकुमार शास्त्री ने श्री श्री 108 मां तारा शक्तिपीठ के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बने सुसज्जित यज्ञ मंडप स्थल पर समाज सेवी व वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर अरविंद वर्मा को माता रानी की चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया। अयोध्या धाम के पंडित राज कुमार शास्त्री ने डॉक्टर वर्मा को शुभाशीष देते हुए कहा कि इनके द्वारा किए जा रहे समाज सेवा एवं प्रिंट/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से सनातन धर्म को प्रचारित और प्रसारित कर जनमानस का कल्याण किया और सनातन धर्म को आगे बढ़ा रहे हैं। धर्म की रक्षा के लिए सोशल मीडिया के जमाने में प्रचार प्रसार बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि आज हर बच्चे के हाथ में स्मार्टफोन आ गया है। आगे पंडित राज कुमार शास्त्री ने कहा सोशल मीडिया के जमाने में खासकर युवा वर्गों में काफी भटकाव आ रहा है। हमारी संस्कृति को छिन्न भिन्न करने के लिए विदेशी संस्कृतियां काफी हावी हो चुकी है। इसलिए वर्तमान परिस्थिति में देश में धर्म की रक्षा करना निहायत जरूरी हो गया है। क्योंकि हर धर्म के अनुयायी अपने अपने धर्म की रक्षा के लिए कृत संकल्पित हैं। मगर, दुःख है आज हमारे हिंदू समाज में अभी भी लोगों को जागृत करने की आवश्यकता पड़ गई है। पंडित राजकुमार शास्त्री ने डॉ वर्मा को सम्मानित करते हुए कहा कि एक वरिष्ठ नागरिक होते हुए समाज सेवा और लेखन कार्य में सक्रिय रहना, अपने आप में एक उदाहरण है। आज के युवा वर्गों को डॉ वर्मा जैसे योद्धा से सीख लेने की आवश्यकता है। उक्त अवसर पर मौजूद धनबाद (झारखंड) के आचार्य मुकेश मिश्रा ने डॉ अरविन्द वर्मा को अपना आशीर्वचन दिया और कहा भविष्य में भी इसी प्रकार धार्मिक कार्यक्रमों का प्रसारण जनहित में निरंतर किया करें, माता रानी की कृपा आप पर बनी रहेगी। उक्त अवसर पर मौजूद थे पंकज कुमार, नीरज कुमार, संजीव डोम, बाबा अर्जुन, राजेश पाठक, दिलीप शर्मा, अक्षय कुमार आदि। सनद रहे, श्री श्री 108 मां तारा शक्तिपीठ के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था।